UPPSC LT Teacher Big News: मध्य प्रदेश राज्य में एलटी ग्रेड की तकरीबन 7000 व्यक्तियों के लिए आवेदन प्रक्रिया चल रही है और इस आवेदन प्रक्रिया में हजारों की संख्या में युवा शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं हालांकि बहुत से होगा ऐसे हैं जिनका सपना अब पूरा नहीं हो सकेगा क्योंकि जारी किए गए नए आदेश के अनुसार सब्जेक्ट कांबिनेशन की योग्यता को लेकर बाद अपडेट आया है और इस अपडेट के बाद एलटी ग्रेड शिक्षक बनने की तैयारी करने वालों उम्मीदवारों को मायूसी का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि राज्य के 7000 से अधिक कैंडिडेट शिक्षकों की तैनाती की प्रक्रिया संबंध करनी है परंतु बीएड अभ्यर्थियों के लिए काफी लंबे समय बाद यह मौका दिया गया था और उन्हें बेसब्री से इस प्रक्रिया का इंतजार था लेकिन बहुत युवाओं के लिए अब बुरी खबर सामने आ रही है क्योंकि आयोग के द्वारा कई विषयों की अनिवार्यता का बड़ा पेज इस प्रक्रिया में फंसा दिया गया है।
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उत्तर प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा शिक्षकों के 74000 प्लस पदों को तुम्हारा जाना है और यह फैसला काफी लंबे समय बाद लिया गया था तथा शिक्षकों के लिए यह विज्ञापन बहुत बड़ा विज्ञापन घोषित हुआ है क्योंकि काफी लंबे समय से शिक्षकों के लिए कोई भी विज्ञापन जारी नहीं किया गया था और ऐसे में तकरीबन 4 लाख से अधिक युवाओं के द्वारा इस प्रक्रिया के रजिस्ट्रेशन को पूरा कर लिया गया है परंतु इसके बावजूद कई उम्मीदवार ऐसे हैं जिनका शिक्षक बनने का सपना अब अधूरा ही दिख रहा है क्योंकि कर्मचारी चयन आयोग ने सहायक शिक्षक के दो विषयों सोशल साइंस और हिंदी की योग्यता में अलग से दो शर्तें जोड़ी है और अगर इन शर्तों को पूरा किया जाएगा तभी शिक्षक के रूप में नियुक्ति पा का सकते हैं।
क्या हैं यह योग्यता की कांबिनेशन
हिंदी शिक्षण के लिए संस्कृत भेजो और सोशल साइंस के लिए दो विषयों के कांबिनेशन को लेकर नए आदेश जारी किए गए हैं उम्मीदवार का इतिहास ज्योग्राफी पॉलिटेक्निक इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट में से किसी भी दो सब्जेक्ट को पढ़ा होना जरूरी कर दिया गया है शिक्षक बनने के लिए एक जरूरी कंपटीशन को पूरा न करने वाले जितने भी उम्मीदवार इस प्रक्रिया में शामिल होने जा रहे थे उन्हें बड़ा झटका लगा है हालांकि जब अपडेट तूने नोटिफिकेशन को ध्यान से पढ़ा तो यह बात सामने निकल कर आई और तभी से उम्मीदवारों में बड़ा झटका लगा हुआ है कहीं ऐसे अभ्यर्थी है जिन्होंने पॉलिटेक्निक साइंस में बीए और एमए किया है परंतु बाकी के बच्चे तीन सब्जेक्ट में एक भी नहीं है ऐसे में बेड के साथ डिग्री की हरता पूरी करने के बाद भी कई उम्मीदवार शिक्षक नहीं बन सकेंगे और इसके साथ कुछ अभ्यर्थी तो ऐसे हैं जो हिंदी के साथ 12वीं में संस्कृत अनिवार्यता की वजह से भी इस प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सकते हैं।