UP Pre Primary ECCE Educator News: उत्तर प्रदेश राज्य में आंगनबाड़ी के प्री प्राइमरी स्कूलों में ईसीसीई संविदा शिक्षकों को तैनात करने के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं बता दें यह आदेश दूसरे चरण के लिए जारी हुए हैं जिसमें पूरे 8800 ईसीसीई एजुकेटर तैनात किए जाएंगे उत्तर प्रदेश के जितने भी इच्छुक एवं योग्य युवा प्री प्राइमरी स्कूलों में आंगनबाड़ी ईसीसीई एजुकेटर बनकर सेवा प्रदान करना चाहते हैं तो उन सभी के लिए है यह एक सुनहरा मौका है इस तैनाती का आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी हो चुका है जिसके तहत पूरी जानकारी साझा की गई है जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में यह संविदा शिक्षक तैनात किए जाएंगे विभाग के द्वारा लिस्ट जारी कर दी गई है।
उत्तर प्रदेश प्री प्राइमरी ईसीसीई एजुकेटर लेटेस्ट न्यूज़
उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा आंगनबाड़ी बाल वाटिका में पढ़ने वाले 5 साल से लेकर 6 साल तक के सभी बच्चों को प्री प्राइमरी की शिक्षा देने के मकसद से संविदा पर ईसीसीई अध्यापक रखने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है आपकी जानकारी के लिए बता दें इस तैनाती की प्रक्रिया को दो चरणों में विभाजित किया गया है इसके पहले चरण में पूरे 10000 से अधिक अध्यापकों को तैनात किया जा रहा है और इसके बीच ही दूसरे चरण के अंदर 88 00 पदों के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है जितने भी इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार इस प्रक्रिया में शामिल होना चाहते हैं तो बता दें फिर क्रिया समाप्ति की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2025 निर्धारित की गई है आप 30 सितंबर 2025 से पहले पहले या 30 सितंबर तक इस प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं और अपने जिले के अनुसार एजुकेटर के रूप में तैनात हो सकते हैं।
किसको मिलेगा इस प्रक्रिया में एजुकेटर बनने का मौका?
यूपी राज्य के प्री प्राइमरी स्कूलों में ईसीसीई संविदा अध्यापक बनने के लिए उम्मीदवार का मान्यता प्राप्त संस्थान से गृह विज्ञान में स्नातक तथा नर्सरी अध्यापक शिक्षा या सिटी नर्सरी आदि का डिप्लोमा होना चाहिए और बता दें शैक्षणिक योग्यता के साथ-साथ उम्मीदवार की आयु भी 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए बता दें इस आयु सीमा की गणना 1 जुलाई 2024 को आधार मानकर की जाएगी अगर आप उपयुक्त योग्यताओं को पूरा करते हैं तो इस प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं
क्या है ईसीसीई एजुकेटर का काम?
संविदा शिक्षकों का कार्य 3 वर्ष से लेकर 6 वर्ष तक के बच्चों को औपचारिक शिक्षा के लिए तैयार करना है और शिक्षा के साथ-साथ उनके भौतिक मानसिक सामाजिक संवेगात्मक और इसके साथ ही एकेडमिक विकास के लिए वातावरण बनाना है और इन सभी सेवाओं के साथ-साथ एजुकेटर का काम आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को उक्त की संप्रति में हाथ बटाना है।
सरकार को क्यों पड़ी संविदा पर ईसीसीई शिक्षक रखने की जरूरत
इस वर्ष मैं प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड शिक्षा मंत्रालय के द्वारा पूरे 8800 परिषदीय प्राथमिक और इनके साथ ही कंपोजिट विद्यालयों में बाल वाटिका कक्षा संचालन के लिए मानव संसाधन संविदा शिक्षकों की सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरे 11360.5 लाख का बजट स्वीकृत की प्राप्ति हुई है। बता दे ईसीसी एजुकेटर के रूप में संबंधित विद्यालयों में आंगनबाड़ी केदो को और उनके विद्यालयों की बाल वाटिका कक्षा के रूप में आगे बढ़ाने और उन्हें विकसित करने तथा इन केदो में पढ़ने वाले 3 साल से लेकर 6 साल तक के बच्चों को पूर्व प्राथमिक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से यह प्रक्रिया चलाई जा रही है जिसके अंदर आंगनबाड़ी एजुकेटर नियुक्त किया जा रहे हैं।