NCTE Took Big Action On Bed Colleges: B.Ed कोर्स चलाने वाले संस्थानों पर नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन के द्वारा बड़ी कार्रवाई की है जिसके बाद चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध क्षेत्र के B.Ed कॉलेज की मान्यता को रद्द कर दिया गया है इन कॉलेज पर हुए एक्शन के बाद इन्हें 2025-26 सत्र से B.Ed में एडमिशन के लिए होने वाली काउंसलिंग की लिस्ट से बाहर कर दिया गया है कितना बड़ा निर्णय मानकों की अंधे की के चलते एनसीटीई द्वारा लिया गया है और अब इन कॉलेज में कोई भी छात्र B.Ed कोर्स के लिए एडमिशन नहीं ले सकेंगे और अगर गैर निगरानी में छात्र एडमिशन ले भी लेते हैं तो उनकी डिग्री बिल्कुल भी माने नहीं होगी और पूरी तरह से खारिज कर दी जाएगी तो चलिए जानते हैं पूरी खबर।
NCTE Took Big Action On Bed Colleges
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध पूरे क्षेत्र B.Ed कॉलेज की मान्यता को नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन द्वारा पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है बता दे एनसीटीई के द्वारा इस फैसले को मानकों के अनदेखा करने पर लिया गया है एनसीटीई द्वारा पूर्व में कुछ दस्तावेज मांगे गए थे परंतु कई संस्थाओं द्वारा उन्हें अनदेखा कर दिया गया और उनके आदेश का पालन नहीं किया गया इसी के चलते नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन ने इन सभी संस्थाओं की मान्यताओं को रद्द कर दिया है बताने 27 जून 2025 को प्रदेश के 1059 शिक्षण संस्थानों के लिए लिस्ट जारी की गई थी जिसमें 176 ऐसे कॉलेज थे जिनकी मान्यता को खत्म कर दिया गया और जिसमें मेरठ के चरण सिंह विश्वविद्यालय कॉलेज भी शामिल है और अब आदेश के चलते इन्हें B.Ed पाठ्यक्रम में होने वाली काउंसलिंग की सूची से भी निकाल फेंका है।
चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के कॉलेज हुए काउंसलिंग से बाहर
एनसीटीई द्वारा चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के क्षेत्र B.Ed कॉलेज की मान्यता को रद्द कर दिया गया है बता दें मान्यता रद्द कॉलेज की सूची में 6 जिलों के बेड कॉलेज शामिल है हालांकि पहले से कोर्स करने वाले युवा अपना कोर्स सफलतापूर्वक इन कॉलेज से पूरा कर सकेंगे परंतु कोई नया एडमिशन नहीं किया जाएगा अगर पीठ पीछे नए छात्रों का एडमिशन होता है तो उनकी डिग्री मान्य नहीं होगी क्योंकि यह सभी कॉलेज पूरी तरह से बेड काउंसलिंग से बाहर कर दिए गए हैं जिसके चलते हैं दूसरे कॉलेजों में एडमिशन का दबाव बढ़ सकता है एनसीटीई के द्वारा कितने कॉलेज की मान्यता खत्म की गई है उसमें बीपीएड डीएलएड B.Ed जैसे कोर्स करने की सुविधा दी जाती है परंतु अब बीएड के साथ-साथ इन सभी कोर्सों की मान्यताएं भी रद्द कर दी गई हैं।
अब इस 4 वर्षीय नए कोर्स से बनेंगे टीचर
मान्यता रद्द करने के बड़े कदम को एनसीटीई के द्वारा तब उठाया गया है जब 4 वर्षीय पाठ्यक्रम शुरू करने आ अंतिम समय आ चुका है बता दें 4 वर्षीय बीएड कोर्स शुरू करने के लिए संस्थाओं को भरपूर समय दिया गया था परंतु संस्थाओं द्वारा एनसीटीई के इस आदेश को गंभीरता से नहीं लिया गया और ऐसा करने की बजाय बस समय बढ़ाने की मांग करते रहे और ना ही B.Ed संस्थान चलाने के लिए जरूरी मांगों को भी पूरा नहीं किया गया और इन सभी दुर्व्यवहारों को देखते हुए नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन के द्वारा इन सभी कॉलेजों की मान्यता को रद्द कर दिया गया।