8th CPC DA Merger Breaking News: जनवरी 2025 में घोषित किए जाने वाले आठवें वेतन आयोग का जबरदस्त इंतजार करोड़ कर्मचारियों को है और कर्मचारियों के साथ-साथ पेंशन भोगी भी आठवीं वेतन आयोग के लागू होने का इंतजार कर रहे हैं बता दें सरकारी कर्मचारियों के वेतन में इस आयोग के लागू होने से बड़ा परिवर्तन आ सकता है और इसी को लेकर सभी कर्मचारियों तथा पेंशन भोगियों की निगाहें आठवी वेतन आयोग की लागू होने पर टिकी है क्योंकि इसके लागू होने के बाद महत्वपूर्ण बढ़ोतरी देखने को मिलेगी और रिसर्च नोट के अनुसार संभावित फिटमेंट फैक्टर बेसिक पे तथा कुल वेतन कितना संशोधित होगा इसका अनुवाद भी लगाया जा सकता है।
नई ब्रोकरेज रिपोर्ट के अनुसार इतना बड़ेगा वेतन
अंबेडकर कैपिटल के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने को लेकर अनुमान लगाया जा रहा है उनके मुताबिक 1.83 से लेकर 2.40 के बीच फिटमेंट फैक्टर रह सकता है और अगर ऐसा होता है तो 1.82 फिटमेंट फैक्टर के अनुसार 14% सैलरी में उछाल आएगा और फिटमेंट फैक्टर 2.15 रहता है तो सैलरी में पूरे 34% की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी और फिटमेंट फैक्टर 2.46 रहता है तो सैलरी में तकरीबन 54% का उछाल आएगा और यह बढ़ोतरी फिटमेंट फैक्टर पर निर्भर करेगी जो हार्ड में वेतन आयोग के लागू होने के बाद की जाएगी।
आठवें वेतन आयोग से कितनी बढ़ेगी सैलरी
अगर आदमी वेतन आयोग के लागू होने के बाद फिटमेंट फैक्टर 1.5 का रहता है तो केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में तकरीबन 13% बढ़ोतरी की जाएगी और अगर इसके अनुसार सैलरी देखें तो वर्तमान में किसी कर्मचारी को 87400 रुपए वेतन दिया जा रहा है तो इस वृद्धि के बाद तकरीबन 98762 रुपए दिए जाएंगे और यह आंकड़े को तक इंस्टीट्यूशन एक्टिविटीज के अनुसार दिए गए फिटमेंट फैक्टर के अनुसार बताए गए हैं।
- अगर फिटमेंट फैक्टर 1.82 रहेगा तो 14% सैलरी में वृद्धि होगी।
- अगर फिटमेंट फैक्टर 2.15 रहेगा तो 34% वेतन में वृद्धि होगी।
- अगर फिटमेंट फैक्टर 2.46 रहेगा तो 54% की सैलरी में वृद्धि होगी।
जीरो हो जाएगा महंगाई भत्ता
सातवें वेतन आयोग को 2016 में लागू किया गया था जिस पर 125 प्रतिशत महंगाई भत्ता मूल वेतन में दिया गया था और महंगाई भत्ता पूरी तरह से जीरो हो गया था और अब यह नया वेतन आयोग लागू होने जा रहा है फिर मौजूदा महंगाई भत्ता भी जीरो हो जाएगा फिर इसके बाद फिटमेंट फैक्टर को नई सैलरी पर लागू किया जाएगा बता दे सातवें वेतन आयोग में 2.57 फिटमेंट फैक्टर की सिफारिश की गई थी और इसमें मिनिमम बेसिक सैलरी ₹7000 से बढ़कर सीधा 18000 रुपए कर दी गई थी परंतु इसे रिसेट करने के बाद 14.3 प्रतिशत स्थाई किया गया था। परंतु ऐसे रिसेट करने के बाद 14% की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।